मेरी ग़ज़ल युबा सुघोष ,बर्ष -२, अंक १२ , फरबरी , २०१४ में
प्रिय
मित्रों मुझे बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है कि मेरी ग़ज़ल युबा सुघोष ,बर्ष
-२, अंक १२ , फरबरी २०१४ में प्रकाशित हुयी है
आप भी अपनी प्रतिक्रिया से अबगत कराएँ .
प्रस्तुत ब्लॉग में मैनें उन ग़ज़लों और रचनाओं को एक जगह संकलित करने का प्रयास किया है , जिन्हें किसी पत्रिका ,मैग्जीन ,अखबार,संस्करण या किसी वेव साइट में शामिल किया गया है। आशा ही नहीं बल्कि पूरा बिश्वास है कि मेरा ये प्रयास आपको पसंद आएगा। आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है।
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